‘शिक्षा महाकुंभ RASE-23’ का दूसरा दिन, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय बोले, बेरोजगारी की समस्या का समाधान ही कौशल विकास

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Jalandhar, 10 june – डॉ. भीमराव अंबेडकर एन.आई.टी. जलंधर |‘शिक्षा का महाकुंभ RASE-23 बहुत ही आवश्यक व सामयिक विषय है | इसमें संपन्न होने वाली चर्चाओं और गंभीर विचार मंथन में से निकलने वाले निर्णयों द्वारा शिक्षा क्षेत्र को एक नई दिशा मिलेगी, ऐसा मेरा विश्वास है | परिवर्तन तो प्रकृति का नियम है | शिक्षा व्यवस्था में भी समय के साथ परिवर्तन होते रहे हैं और आज वह परिवर्तन का समय आ चुका है | सभी स्तरों पर चर्चा , देश भर के विद्वानों से प्राप्त सुझावों के बाद सामने आई है‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ | इसमें तीन बिदुओं पर विशेष बल दिया गया है – तकनीक, इन्नोवेशन और रिसर्च | भारत के प्राचीन ज्ञान को नवीन ढंग से प्रस्तुत करके देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए, यह शिक्षा नीति बनाई गई है | जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2030 तक पूरे देश में लागू करने का लक्ष्य रखा है | लेकिन हरियाणा में 2025 तक ही यह लागू हो जाए ऐसा मेरा प्रयास है | यह प्रेरणात्मक उद्गार हरियाणा के महामहिम राज्यपाल माननीय बंडारू दत्तात्रेय ने डॉ. भीमराव अंबेडकर NIT जलंधर में 10 जून को व्यक्त किए | अवसर था 9 से 11 जून तक चलने वाले ‘शिक्षा के महाकुंभ RASE-23’ के दूसरे दिन के भव्य उद्घाटन का | अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए महामहिम ने कहा कि कोई भी सरकार या कोई भी संस्था पूरे देश को रोजगार नहीं दे सकती | बेरोजगारी की समस्या का समाधान स्वयं हमारे पास है और वह है – युवाओं में कौशल विकास | हम नौकरी करने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें |
इस उद्घाटन से पूर्व महामहिम ने मंच पर उपस्थित अन्य अधिकारियों के साथ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर RASE–23 के दूसरे दिन का उद्घाटन किया | इसके पश्चात सर्वहितकारी विद्या मंदिर, जलंधर के छात्र/ छात्राओं ने मधुर स्वर में मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की | मंच का सार्थक और ओजस्वी संचालन प्रकाशवती सर्वहितकारी विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य डा.अखिलेश्वर सिंह अरोड़ा ने किया | उद्बोधन कार्यक्रम के पूर्व मंच पर उपस्थित गणमान्यों महामहिम राज्यपाल, स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठन मंत्री व सह संगठन मंत्री क्रमशः कश्मीरी लाल व सतीश कुमार, NIT के निदेशक विनोद कनौजिया, विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष रघुनंदन, विद्या भारती के अध्यक्ष टी. रामकृष्ण राव, दैनिक जागरण के मुख्य संपादक अमित शर्मा, भारतीय शिक्षण मंडल पंजाब के संगठन मंत्री नितेश कुमार को शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया |
स्वदेशी जागरण मंच के अ. भारतीय सह संगठन मंत्री सतीश कुमार ने वार्ता शैली में अपनी बात विद्वतजनों के सामने रखते हुए कहा कि किसी भी देश की शक्ति उस देश के नौजवानों में निहित होती है | आज हमारा देश पूरे विश्व में ‘नौजवानों के देश’ के रूप में जाना जाता है | लेकिन देश की यह युवा शक्ति आधुनिक तकनीकों में पारंगत और अपने देश की परंपराओं व महापुरुषों पर गर्व करने वाली हो |
इससे पूर्व विद्या भारतीय अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष टी. रामकृष्ण राव ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बहुत अच्छी और देश को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने वाली है लेकिन बिना इसके क्रियांवयन यह व्यर्थ ही सिद्ध होगी | अतः हम सभी का परम कर्तव्य है कि इसे लागू करने के लिए कमर कस कर तैयार हो जाएं | स्वतंत्रता के बाद देश की शिक्षा व्यवस्था में भी स्व तंत्र व स्व विचार आने चाहिए थे लेकिन दुर्भाग्य है कि ऐसा संभव न हो सका | इसी कमी को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 1952 में एक छोटा सा दीप विद्या मंदिर के रूप में शुरू किया गया जो अब वट वृक्ष का रूप धारण कर चुका है | इस वट वृक्ष का नाम है ‘विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान’ | यह संगठन इस नीति को क्रियान्वित करने में दिन रात लगा हुआ है |
इस अवसर पर उपरोक्त महानुभावों के अतिरिक्त ठाकुर विजय, सुभाष महाजन, नीलम शर्मा, मनदीप तिवारी, अमित कांसल, चंद्रहास गुप्ता, अरविंद बैंस, रंजना मित्तल, सरहिंद से महेश शर्मा, चंडीगढ़ से अर्चना नागरथ, कमल संधू, जितेंद्र शर्मा, अनिल शास्त्री, फतेहगढ़ चूड़ियाँ से सरदार सुरेंद्र सिंह, तरनतारन से सीमा रानी, अमृतसर से रीना ठाकुर, कुरुक्षेत्र से सुरेंद्र अत्री, तलवाड़ा से देशराज शर्मा आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे | अंत में भारतीय शिक्षण मंडल के संगठन मंत्री नितेश कुमार ने सभी का धन्यवाद किया |

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