मुस्लिम समुदाय का आरोप, धार्मिक अधिकारों को छीनने का प्रयास कर रहा कैंटोनमेंट बोर्ड

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जालंधर। खुशहाली का प्रतीक पंजाब जिसे गुरुओं और पीरों की धरती कहा जाता है, जहांएक दूसरे के धर्म का मान सम्मान सबसे अहम है। लेकिन इसी धरती पर अब मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों को छीनने का प्रयास भी शुरू हो चुका है, जिस तरह से देश भर में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ काम किया जा रहा है उनकी मस्जिदों को शहीद किया जा रहा है उसी तर्ज पर अब पंजाब में भी काम शुरू हो गया है जिसे मुस्लिम समुदाय ने कड़ा रोज व्यक्त किया है जालंधर कैंटोनमेंट बोर्ड की तरफ से जालंधर कैंट में स्थित 100 साल पुरानी ईदगाह को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया है, वीरवार को कैंटोनमेंट बोर्ड की तरफ से ईदगाह के बाहर नोटिस चिपकाते हुए 29 जुलाई को पंजाब वक्फ बोर्ड और ईदगाह मैनेजमेंट कमेटी को अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। हैरानी की बात है कि भारत पाक विभाजन से पहले 1909 के करीब अंजुमन इस्लामिया कमेटी की तरफ से इस जगह को ईदगाह के लिए वक्फ किया गया था, तब से लेकर अब तक इसमें मुस्लिम समुदाय अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार नमाज अदा करता आ रहा है, लेकिन अब आम आदमी पार्टी की सरकार में कैंटोनमेंट बोर्ड की तरफ से इसे खाली करवाने की कोशिश की जा रही है, जो की संविधान के मुताबिक किसी भी समुदाय के नियमों की उल्लंगना है। यह वही ईदगाह है जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री से लेकर दर्जनों कैबिनेट मंत्री, विधायक और भाजपा के कई सीनियर नेता मुस्लिम समुदाय के साथ उनकी खुशियों में शामिल हो चुके हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनो से लगातार आम आदमी पार्टी की सरकार में इस 100 साल पुरानी ईदगाह को खाली करवाने के लिए अंदर खाते पूरी कोशिश की जा रही है जो मामला उजागर हो चुका है, जिसे लेकर जालंधर सहित पंजाब भर में मुस्लिम समुदाय के अंदर एक गहरा रोष पाया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय लगातार पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करता रहा है जिसमें उन्होंने अभी तक मुस्लिम समुदाय का साथ नहीं दिया और वहीं कैंटोनमेंट बोर्ड की तरफ से भी एक तरफा कार्रवाई की जा रही है। मुस्लिम समुदाय ने मांग की है कि सरकार इसमें हस्तक्षेप करें नहीं तो सड़कों पर उतरकर तीखा रोष प्रदर्शन किया जाएगा और यह मामला पूरे पंजाब में फैलेगा।

जालंधर के मुस्लिम समुदाय ने सभी राजनीतिक परियों से अपील करते हुए कहा कि हक और इंसाफ की लड़ाई में उन्हें साथ देना चाहिए और अब यह मौका है कि मुस्लिम समुदाय के धार्मिक संवैधानिक अधिकार की उल्लंगना ना की जाए और जो भी पार्टी इसमें मुस्लिम समुदाय का साथ देगी मुस्लिम समुदाय भी खुलकर उनके समर्थन करेगा। वह भले ही बीजेपी, आम आदमी पार्टी की सरकार या फिर कांग्रेस अगर बीजेपी इसमें हमारा साथ देती है तो हम खुलकर भाजपा का समर्थन करेंगे।

  • समूह मुस्लिम समुदाय जिला जालंधर

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