जालंधर। देश की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक दरगाह हजरत इमाम नासिरुद्दीन का वार्षिक 1113वां उर्स मुबारक 26 और 27 जनवरी को श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाएगा। हर बार की तरह पंजाब वक्फ बोर्ड की जेरे निगरानी में यह दो दिवसीय उर्स करवाया जा रहा है। पंजाब वक्फ बोर्ड जालंधर सर्किल के एस्टेट अफसर शकील अहमद ने बताया कि दो दिवसीय उर्स मुबारक पंजाब वक्फ बोर्ड की अगुवाई में पूरे श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। इस उर्स मुबारक में जालंधर सहित पंजाब व अन्य राज्यों से श्रद्धालु विशेष रूप से पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि यह दरगाह देश की सबसे पुरानी दरगाहों में शुमार है जिसका इतिहास बयान करता है कि यहां पर शेख बाबा फरीद जी 40 दिनों तक चिल्ला कसी लगा चुके हैं और अजमेर शरीफ दरगाह से भी हजरत इमाम नासिरुद्दीन की दरगाह 450 साल पुरानी है। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय उर्स मुबारक में जालंधर के पुलिस और सिविल एडमिनिस्ट्रेशन सहित सभी राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रमुख लोग शिरकत करेंगे। उर्स मुबारक के दोनों दिन चद्दर चढ़ाने की रस्म श्रद्धालुओं की तरफ से की जाएगी 27 जनवरी को पंजाब के नामवर कव्वाल अपना कार्यक्रम पेश करेंगे। पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से इस मौके पर लंगर भी लगाया जाएगा।
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