जालंधर / लुधियाना 27 जून 2023 मंगलवार कि सुबह दारुल उलूम हाजा में हिफ्ज ए कुरआन मुकम्मल होने पर एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें मदरसा दारुल उलूम हाजा के उस्ताद व् तलबा के अलावा आरकीन व अवाम अहले सुन्नत ने शिरकत की जिसमें हम्द व नात के बाद सदारती खिताब करते हुए हजरत मौलाना मुफ्ती अब्दुल हलीम समर रिज़वी दारूल उलूम हाजा ने हदीस ए रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की रोशनी में अजमत ए कुरआन व हाफिज ए कुरआन को बयान करते हुए फरमाया के कयामत के दिन अल्लाह ताला उस शख्स के मां-बाप केसर पर ऐसा चमकता हुआ ताज रखेगा जिसकी चमक के आगे सूरज की रोशनी फीकी पड़ जाएगी तो फिर अंदाजा लगाइए जिसने कुरान सीखा और उस पर अमल किया उसके मकाम का अंदाजा कौन लगा सकता है यह तकमील हिफ्ज कुरआन का प्रोग्राम जिस तालिब ए इल्म के लिए किया गया है उसकी उम्र सिर्फ 13 साल की है और डेढ़ वर्ष में इसने कुरआने पाक हिफ्ज पूरा करके अपने उस्ताद और अहले खानदान और कौम का नाम रोशन किया है
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