कवियत्री माला अग्रवाल के पहले काव्य संग्रह ‘महक अंतस की’ का हुआ विमोचन

0
22

Jalandhar। कवियत्री और पत्रकार माला अग्रवाल (माधवी) के पहले काव्य संग्रह ‘महक अंतस की’ का वीरवार को विरसा विहार में आयोजित समारोह में विमोचन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि पीसीएस मेजर (डा.) इरविन कौर ने पुस्तक विमोचन करते हुए कवियत्री माला अग्रवाल को बेहतरीन लेखन के लिए बधाई दी। विशेष अतिथि कन्या महाविद्यालय की भूतपूर्व वाइस प्रिंसिपल एवं अध्यक्ष स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग और द्विभाषीय कवयित्री, अनुवादक संपादक व आलोचक प्रोफेसर सीमा जैन रहीं। मंच संचालन कुलविंदर कौर ने बाखूबी किया। समारोह लिट स्पार्ट-लिट्रेरी फोरम के संरक्षण में किया गया।
अतिथियों ने ज्योति प्रज्जवलित कर समारोह की विधिवत शुरुआत की। पुस्तक विमोचन के बाद पीसीएस डा. इरविन कौर ने कहा कि पत्रकारिता अपने आप में लेखन का बहुत बढ़िया व विश्वसनीय जरिया है। कवियत्री माला अग्रवाल ने इस काव्य संग्रह के जरिए एक महिला के अंर्तमन के भावों को शब्दों में पिरोने का बेहतरीन काम किया है।
विशेष अतिथि प्रो. सीमा जैन ने इस काव्य संग्रह की विस्तार से समीक्षा करते हुए कहा कि माला अग्रवाल एक उभरती हुई कवियत्री हैं। उनकी कविताएं जिंदगी से पल-पल जूझते हुए एक संवेदनशील मन की कविताएं हैं। यह मन कभी यादों और यथार्थ के बीच, कभी अवसाद और अलगाव के बीच तो कभी मौन और मुखरता के बीच उपजती कशमकश से गुजरती और उस से रूबरू होती कविताएं हैं। इन कविताओं में कवियत्री का अंतर्द्वंद बहुत मुखर होकर शब्दों में ढलता हुआ कविता के रूप में प्रस्फुटित होता है। उन्होंने कहा कि इस काव्य संग्रह का हिंदी काव्य जगत में स्वागत है। उनकी आगामी काव्य यात्रा मंगलमाय होगी।
इनके अलावा इस काव्य संग्रह की समीक्षा प्रसिद्ध कवियत्री जूही गुप्ते ( ” पूणे ) ने भी की। जिसे हिमानी गुप्ता ने बाखूबी सबके सामने पढ़कर पेश किया। समारोह में पहुंचे रिटायर्ड कर्नल कुलदीप दोसांझ, आर्टिस्ट किमी जुनेजा सहित लेखकों व कवियों ने भी इस काव्य संग्रह को लेकर माला अग्रवाल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उनकी कविताओं को पढ़कर भी सुनाया। इस मौके पर समाजसेविका और जिमखाना ऑफिसर्स वाइव्स क्लब की मेंबर सोनिया विरदी खास तौर पर उपस्थित हुई।
अंत में माला अग्रवाल ने अपने लेखन, कवियत्री बनने के सफर और कविताओं के जन्म के क्षणों को सांझा किया। उन्होंने बताया कि उनमें शुरू से ही लेखन को लेकर एक ज़ज़्बा था। इसी से प्रेरित होकर वह पत्रकारिता में भी खुद को स्थापित कर पाईं। इसी दौरान उन्होंने विभिन्न कविताओं के जरिए अपने मन के भावों को पन्नों पर उकेरना शुरू किया। उनके शुभचिंतकों ने उन्हें इन कविताओं को काव्य संग्रह के रूप में लाने के लिए प्रेरित किया। उनके पहले प्रयास को लिट स्पार्क -लिट्रेरी फोरम का भरपूर समर्थन व सहयोग मिला। उन्होंने आशा की कि अपने अंतस की महक से वह सबके दिलों में जगह बना पाएंगी ताकि वह आगे भी इस तरह की कोशिशों को जारी रख सकें। उनके लेखन का सिलसिला अब थमने वाला नहीं है। इस कारवां को वह आगे बढ़ाती रहेंगी। उन्होंने काव्य संग्रह के प्रकाशन के लिए अपने जीवनसाथी मोहित अग्रवाल और दोनों बच्चों उज्जवल व प्रज्जवल को दिया। कहा कि परिवार के सहयोग के बिना यह हौंसला नहीं कर पातीं।
समारोह में खास तौर पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट जज के स्पेशल सैक्रेटरी संजय गुप्ता, पूजा गोयल, विजय गोयल, आरती गोयल, , जसविंदर कौर लांबा , बलवीर कुमार लांबा, प्रदीप धवन ,पूनम धवन , नीना लांबा, विन्नी, दीपक मलिक, नीना , रजनी बावा, आशा किरण गुप्ता, सुरिंदर गुप्ता, अंकित गुप्ता, हिमानी गुप्ता, रेखा बावा और रेणु बावा खास तौर पर आशीर्वाद देने को उपस्थित रहे।

Share this content:

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here