जालंधर 5 मार्च : पंजाब सरकार ने पंजाब वक्फ बोर्ड चेयरमैन बनाने के लिए बोर्ड की मीटिंग 13 मार्च सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में बुलाई है। जिस में कोन होगा बोर्ड का चेयरमैन उसी दिन फेसला हो जाएगा।
पंजाब सरकार की ओर से मीटिंग में बन्द लिफाफा खोला जाएगा जिसमें चेयरमैन का नाम गोपनीय लिखा होगा। बोर्ड के सारे मेंबरों को सरकार के बंद लिफाफे की हिमायत करनी होगी। सरकार द्वारा चुने गए इसी 10 मेंबरों में से एक को चेयरमैन बनाया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि वक्फ बोर्ड चेयरमैन के दौर में एम.एल.ए डा. जमील उर रहमान, शुज़ कारोबारी मोहम्मद ओवेस और डा. अनवर खान के नाम चर्चाओं में शामिल हैं। लेकिन मजबूत दावेदार के तौर पर मलेरकोटला के एम.एल.ए डा. जमील उर रहमान, और मोहम्मद ओवेस के नाम शामिल हैं।
आगर पंजाब सरकार एम.एल.ए डा. जमील उर रहमान को कोई अन्य मंत्रालय देते हैं तो फिर मोहम्मद ओवेस का वक्फ बोर्ड चेयरमैन बनना तय है।
सूत्र बताते हैं कि अगर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान अरविंद केजरीवाल की शफारीश चली तो मलेरकोटला एम.एल.ए डा. जमील उर रहमान चेयरमैन होंगे।
आगर पंजाब से आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद संदीप कुमार पाठक की शाफारीश चली तो कारोबारी मोहम्मद ओवेस चेयरमैन होंगे। या फिर मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान की मानी गई तो डा. अनवर खान वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बन सकते हैं।
ईस वक्त कई तरह की अटकलें सामने आ रही हैं, चेयरमैनशिप के लिए सब अपने-अपने दावे ठोंक रहे हैं, जिसका फैसला 13 मार्च को हो जाएगा।
सूत्र यह भी बताते हैं कि पंजाब वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष का फैसला दिल्ली से होगा।
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