पंजाब सरकार की तरफ से पंचायती जमीनों को खाली करवाने के लिए जारी मुहिम के बीच वक्फ बोर्ड की तरफ से भी अपनी जमीनों को कब्जा मुक्त करवाया जा रहा है। शुक्रवार को वक्फ बोर्ड की तरफ से प्रतापुरा में खसरा नंबर 136, 137, 138, 139, 140 जिसका कुल रकबा 78 कनाल 17 मरले है जमीन की निशानदेही कर कब्जा हासिल किया। इस जमीन की निशानदेही के लिए पिछले 6 महीनों से वक्फ बोर्ड की तरफ से कार्यवाही की जा रही थी। शुक्रवार को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट तहसीलदार-1 रुपिंदरपाल सिंह बल व एसीपी कैंट हर्षप्रीत सिंह की अगुआई में जमीन की निशानदेही कर कब्जा हासिल किया है। इस दौरान कुछ शरारत्ती तत्व मौके पर मौजूद रहे जो निशानदेही ना करने के लिए सरकारी काम में अड़चन डाल रहे थे लेकिन पुलिस और ड्यूटी मैजिस्ट्रेट ने उनसे उक्त जगह को लेकर उनके पास कोई दस्तावेज या फिर अन्य कोई कागज होने की बात कही लेकिन वह मौके पर कुछ नहीं दिखा पाए जिसके बाद निशानदेही की कारवाई को पूरा किया गया। हालांकि इससे पहले नवंबर महीने में भी निशानदेही का समय रखा गया था जब ड्यूटी मैजिस्ट्रेट भी मौके पर मौजूद रहे लेकिन लोगों ने उक्त जमीन के कागजात दिखाने के लिए समय मांगा था लेकिन वह कोई कागज नहीं दिखा पाए। इस मौके पर वक्फ बोर्ड के एस्टेट अफसर शकील अहमद, रेंट कुलेक्टर सलीम, साबर, नैय्यर व अन्य लोग मौजूद रहे।
गौर है कि वक्फ बोर्ड की तरफ से अब इस जगह पर जालंधर व पंजाब के लोगों को एक बड़ा एजुकेशन इंस्टीच्यूट दिया जाएगा। जिस पर डिग्री कालेज या फिर सीबीएसई स्कूल खोलने पर भी मंथन चल रहा है। क्योंकि जालंधर के लोगों की पिछले 10 साल से डिमांड है िक वक्फ बोर्ड की तरफ से जालंधर जैसे बड़े शहर में स्कूल या फिर कालेज खोला जाए जिससे अल्पसंख्यकों को एक बड़ा और बेहतर एजुकेशन इंस्टीच्यूट हासिल हो। एडीजीपी एमएफ फारुकी ने कहा कि पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से लगातार अपनी जमीनों को कानूनी तरीके से कब्जा मुक्त करवाया जा रहा है। बोर्ड के लीगल अधिकारियों को भी कोर्ट में बेहतर तरीके से केस उठाने और तथ्यों को पूरा करने के लिए हिदायतें दी गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के अलग-अलग जिलों में जितनी भी बोर्ड की जमीनें है जिस पर लोग अवैध तरीके से रह रहे है उन्हें रेगुलर करवाना चाहिए नहीं तो वक्फ बोर्ड कानूनी तरीके से अपनी जमीनों को खाली करवाएगा।
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