संगरूर, 01, जून: पंजाब सरकार की तरफ से पंचायती जमीनों को खाली करवाने के लिए लगातार मुहिम शुरू की जा रही है। इन दिनों भी पंचायती जमीनों को खाली करवाने के लिए बड़े स्तर पर सरकार काम कर रही है। लेकिन दूसरी तरफ राजनीतिक दबाव में लगातार पंजाब वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जे हो रहे है जिन्हें खाली करवाना पंजाब वक्फ बोर्ड के लिए भी चुनौती भरा काम है। वीरवार को ऐसे ही एक मामले में जमकर हंगामा हुआ पंजाब वक्फ बोर्ड की गांव टिब्बी में बेशकीमती 452 कनाल जमीन पर कुछ लोगों की तरफ से गलत तरीके से लगातार कब्जा करने की कोशिश की जा रही थी। जिसे लेकर संगरूर/मालेरकोटला के एस्टेट अफसर बहार अहमद की तरफ से थाना सिटी सुनाम में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के बाद जब थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दीपइंद्र सिंह की तरफ से मौके पर पहुंच कर अवैध कब्जाधारियों को निर्माण रोकने के लिए गया तो उन्होंने इंस्पेक्टर सहित पूरी पुलिस पार्टी और पंजाब वक्फ बोर्ड के अधिकारियों पर जान लेवा हमला करते हुए गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। पंजाब वक्फ बोर्ड की जमीन पर जो अवैध कब्जा कर रहा था उसकी तरफ से हमला करने के लिए अपने कुछ रिश्तेदारों को मौके पर बुला कर सुन्योजित तरीके से हमला किया। जिसके बाद हमला करने वाले जगतार सिंह, तरसेम सिंह सहित अन्य लोगों पर हमला करने और सरकारी जमीन पर कब्जा करने की नीति के चलते केस दर्ज किया गया है।
- हैरानी की बात है कि आज भी एक तरफ जब सरकार पंचायती जमीनों से कब्जा छुड़वाने की बात कह रही है तो पंजाब वक्फ बोर्ड की जमीनों पर सरेआम राजनीतिक दबाव में कब्जे किए जा रहे है। जिसे लेकर मुस्लिम समुदाय के बीच भारी रोष पाया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील की है कि पंजाब वक्फ बोर्ड की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और जैसे सरकार पंचायती जमीनों को खाली करवाने के लिए विशेष मुहिम शुरु कर रही है ऐसे ही पंजाब वक्फ बोर्ड की जमीनों को भी कब्जा मुक्त करवाने के लिए मुहिम शुरू की जाए।
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