मोहाली, 22 सितंबर : पंजाब में पहली बार मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में वक्फ बोर्ड जमीनी स्तर पर मुस्लिम समुदाय की समस्याओं को दूर करने का काम कर रहा है।
पहली बार पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से अपने फंड से मुस्लिम समुदाय को कब्रिस्तान की जगह मुहैया करवाई गई है। इस बारे में जानकारी देते हुए सर्कल राजपुरा और मोहाली के एस्टेट अफसर अमित वालिया ने बताया कि कुछ महीना पहले मोहाली के गांव बजहेड़ी, तहसील खरड़ में नेशनल हाईवे 205 ए के तहत पंजाब वक्फ बोर्ड के कब्रिस्तान की जगह एक्वायर की गई थी, जिसके चलते गांव के मुस्लिम समुदाय के पास अब कोई भी कब्रिस्तान की जगह नहीं बची थी। गांव के लोगों ने पिछले दिनों एकजुट होकर वक्फ बोर्ड के एडमिनिस्ट्रेटर जनाब एमएफ फारूकी आईपीएस, एडीजीपी के साथ जालंधर में मुलाकात की। इस दौरान गांव वासियों ने उन्होंने अपनी बड़ी समस्या के बारे में बताया जिस पर एडीजीपी एमएफ फारूकी ने फौरन निर्देश देते हुए कहा कि गांव वासियों को कब्रिस्तान की जगह पंजाब वक्फ बोर्ड अपने फंड से मुहैया करवाएगा। इसके लिए गांव में ही जगह सर्च करने के बाद मुस्लिम समुदाय के साथ राबता कायम कर उन्हें जगह दिखाई और उनकी सहमति के बाद एक कनाल पांच मरले का कब्रिस्तान जिसकी रजिस्ट्री पंजाब वक्फ बोर्ड के नाम पर करवाई गई है। इस जगह के लिए पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से 18 लाख 81 हजार 737 रुपए खर्च किए गए हैं। मुस्लिम समुदाय के लोगों को अब कब्रिस्तान मिल चुका है जिससे उनकी बड़ी समस्या दूर हुई है। वहीं स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने मुख्यमंत्री भगवंत मान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पहली बार पंजाब बोर्ड जमीन स्तर पर कम कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने एक ईमानदार आईपीएस अफसर को पंजाब वक्फ बोर्ड की जिम्मेदारी दी हुई है जो मुस्लिम समुदाय की समस्याओं को दूर करने के लिए लगातार कम कर रहे हैं। उन्होंने एडीजीपी एमएफ फारूकी का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने हमारी समस्याओं को दूर करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
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