Thursday, September 19, 2024
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पंजाब वक्फ बोर्ड का सराहनीय कदम : 75 साल से कब्रिस्तान की मांग कर रहे गांव दंदूवाल के मुस्लिम समुदाय को वक्फ बोर्ड खरीद कर देगा जगह, देखें वीडियो

Jalandhar, 8 june – भारत-पाक विभाजन के बाद से सूबे के कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय को बड़े कब्रिस्तान मिले जबकि आज भी कई गांवों में मुस्लिम समुदाय के पास कब्रिस्तान की जगह उपलब्ध नहीं है। जिसे लेकर उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला वीरवार को देखने को मिला, जब गांव दंदूवाल तहसील फिल्लौर का हमदाद मोहम्मद आंखों में आंसू लेकर पंजाब वक्फ बोर्ड के एडमनिस्ट्रेटर एमएफ फारुकी आईपीएस को मिलने पहुंचे। इस दौरान उसने रो-रो कर अपनी परेशानी बताई कि कैसे कब्रिस्तान को लेकर वह पिछले 50 सालों से लड़ रहे है। उनके बुजुर्गों ने भी कब्रिस्तान को लेकर पंजाब में जितनी भी सरकारें रही सभी को अप्रोच किया लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हुई।

वीरवार को एक उम्मीद के साथ वह जनाब एमएफ फारुकी को मिलने पहुंचे। जब पूरी बात उन्हें बताई तो एडमनिस्ट्रेटर जनाब एमएफ फारुकी ने निर्देश देते हुए कहा कि उक्त गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों को कब्रिस्तान मुहैया करवाना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। इसके लिए वक्फ बोर्ड ही जगह खरीदकर और उसकी चारदीवारी करवाकर लोगों को कब्रिस्तान मुहैया करवाएगा। जिसके लिए जालंधर के एस्टेट अफसर को निर्देश भी दिए गए है। वहीं हमदाद मोहम्मद ने पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पहली बार वक्फ बोर्ड में ऐसे नेक और ईमानदार अफसर को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिन्होंने हमारी मुश्किल सुनने के बाद तुरंत प्रभाव से उसका हल भी किया है। उन्होंने सूबा सरकार से आग्राह करते हुए कहा कि पंजाब वक्फ बोर्ड की जिम्मेदारी एडमनिस्ट्रेटर के माध्यम से जारी रहनी चाहिए क्योंकि अब सूबे में मुस्लिम समुदाय की जो मुख्य मांगे कब्रिस्तान रिजर्व करना, कब्रिस्तानों की चारदीवार, मस्जिदों और मदरसों की डेवलपमेंट के लिए ग्रांट जारी करने सहित कई काम पहल के आधार पर हल हो रहे है।
एडमनिस्ट्रेटर पंजाब वक्फ बोर्ड जनाब एमएफ फारुकी ने बताया कि कब्रिस्तानों को रिजर्व करना और यहां पर कब्रिस्तान नहीं है वहां पर मुस्लिम समुदाय को कब्रिस्तान मुहैया करवाना हमारा मुख्य काम है। सूबे में कई गांवों को कब्रिस्तान की जगह खुद बोर्ड की तरफ से खरीदकर दी गई है। यहां पर भी ऐसी समस्या है उसे पहल के अाधार पर हल किया जाएगा। इस मौके पर एडवोकेट नईम खान, एस्टेट अफसर शमीम अहमद, जमील अहमद पीए टू एडमनिस्ट्रेटर भी मौजूद रहे। 

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