चंडीगढ़, 11 अप्रैल:
राज्य के सरकारी स्कूलों में ‘शिक्षा क्रांति’ अभियान के अंतर्गत शुरू की गई बुनियादी ढांचे की विकास परियोजनाओं पर विपक्ष द्वारा की जा रही सतही और घटिया राजनीति को आड़े हाथों लेते हुए पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस ने आज कांग्रेस और अकाली-भाजपा नेताओं को कड़ी आलोचना का निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौर में विद्यार्थियों को शौचालय और चारदीवारी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक मयस्सर नहीं थीं। पंजाब भवन में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए स बैंस ने बताया कि गत अरसे के दौरान सरकारी स्कूलों के दौरे के दौरान कुछ विद्यार्थियों और शिक्षकों ने उन्हें बताया कि शौचालय, चारदीवारी और डेस्क जैसी मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है, जिस कारण उन्हें स्कूल से बाहर शौच के लिए जाना पड़ता था और डेस्क न होने की वजह से जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती थी। उन्होंने इसे पिछली सरकारों की शिक्षा के प्रति उदासीनता का नतीजा बताया।
उन्होंने कहा कि 75 वर्षों तक ये पार्टियाँ पंजाब को लूटती रहीं और हमारे बच्चे सुविधाओं की कमी के कारण जमीन पर बैठने और हमारी बेटियाँ शौचालयों की कमी के चलते पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होती रहीं। अब जबकि मौजूदा सरकार बच्चों को मूलभूत सुविधाएँ प्रदान कर रही है, तो विपक्ष इन प्रयासों से डर कर घटिया राजनीति कर रहा है।
पिछली सरकारों की विफलता को दर्शाने वाले चौंकाने वाले आंकड़े पेश करते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार बनने से पहले 3,000 से अधिक स्कूलों में शौचालय नहीं थे और 8,000 सरकारी स्कूल बिना चारदीवारी के थे। लगभग तीन लाख विद्यार्थी जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे।
स बैंस ने मीडिया को सरकारी स्कूलों का दौरा करने और शिक्षा प्रणाली में किए गए सुधारों को खुद देखने का न्योता देते हुए कहा कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा को उस समय भी शर्म नहीं आई जब हमारी बेटियों को शौचालयों की कमी के चलते स्कूल छोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि जिन्होंने पंजाब को बर्बाद किया, उनके बच्चे तो एसी युक्त बाथरूमों वाले स्कूलों में पढ़ते हैं, जहां बाहर सुरक्षा गार्ड तक तैनात होते हैं। वहीं इन नेताओं ने गरीबों का पैसा खाकर अपने लिए फार्म हाउस और फाइव-सेवन स्टार होटल बना लिए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि विरोधी पार्टियाँ हमारी सरकार के उद्घाटन बोर्डों से भी जलन रखती हैं, क्योंकि हमने तीन साल में वह कर दिखाया जो उन्होंने 75 साल में नहीं किया। ये उद्घाटन पट्ट केवल प्रतीक नहीं, बल्कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा सरकारों की नाकामी की याद हैं। उन्होंने दोहराया कि हमारी सरकार ‘पढ़ता पंजाब’ बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान की सरकार सभी सरकारी स्कूलों को आवश्यक सुविधाएँ देने के लिए पूरी तरह समर्पित है, जिनमें लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग शौचालय, चारदीवारी, स्वच्छ पेयजल, हाई-स्पीड वाई-फाई, आधुनिक स्मार्ट क्लासरूम और फर्नीचर शामिल हैं। ये सुधार पिछले तीन वर्षों में पूरे राज्य के सरकारी स्कूलों में लागू किए गए हैं। बैंस ने बताया कि राज्य के 20,000 सरकारी स्कूलों में इस समय लगभग 28 लाख विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, और ‘शिक्षा क्रांति’ के तहत 2,000 करोड़ रुपये से 12,000 से अधिक स्कूलों में व्यापक बदलाव लाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि आज पंजाब भर के 410 सरकारी स्कूलों में उद्घाटन उपरांत समर्पित की गई बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं का उद्देश्य विधायकों और अधिकारियों को इन स्कूलों का दौरा करने, विद्यार्थियों से बातचीत करने और उन्हें अपने लक्ष्य प्राप्त करने हेतु प्रेरित करना है।
हरजोत बैंस द्वारा श्री आनंदपुर साहिब विधानसभा क्षेत्र में 1.75 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन
श्री आनंदपुर साहिब:
इससे पहले शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र श्री आनंदपुर साहिब के 12 सरकारी स्कूलों में 1.75 करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचे से संबंधित परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन प्रोजेक्टों में सरकारी प्राइमरी स्मार्ट स्कूल बड़ा पिंड लोअर के लिए 4.4 लाख रुपए,सरकारी प्राइमरी स्कूल हरदोई हरीपुर में कक्षा कक्ष की मरम्मत के लिए 6.02 लाख रुपए,सरकारी प्राइमरी स्कूल हरदो निर्मोह अपर में चारदीवारी हेतु 3.80 लाख रुपए,सरकारी प्राइमरी स्कूल अटारी में चारदीवारी हेतु 17.6 लाख रुपए,
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अटारी में 70 लाख रुपए की योजना में से 35.32 लाख रुपए चारदीवारी, साइंस लैब, नए क्लासरूम और कक्ष मरम्मत हेतु सरकारी प्राइमरी स्कूल पिर्थीपुर में 40 लाख रुपए की लागत से समग्र योजना का शिलान्यास,सरकारी हाई स्कूल पिर्थीपुर में 5.7 लाख रुपए की लागत से बास्केटबॉल कोर्ट का शिलान्यास,
सरकारी प्राइमरी स्कूल निर्मोहगढ़ में 12.55 लाख रुपए की लागत से कक्षा की मरम्मत,
सरकारी प्राइमरी स्कूल हरदो निर्मोह लोअर में 3.8 लाख रुपए की लागत से चारदीवारी,सरकारी प्राइमरी स्कूल नौ लाखा में 2.55 लाख रुपए की लागत से कक्षा की मरम्मत,सरकारी मिडल स्कूल नौ लाखा में 6.75 लाख रुपए की लागत से चारदीवारी और सरकारी प्राइमरी स्कूल डाढ़ी में 2.55 लाख रुपए की लागत से मरम्मत एवं नवीनीकरण करना शामिल है।
Share this content: