पराली जलाने से रोकने के लिए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने फिल्लौर में अधिकारियों के साथ की बैठक

- अधिक से अधिक फील्ड विजिट करने के निर्देश- किसानों से पराली न जलाने को भी कहा

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कैप्शन- फिल्लौर में पराली न जलाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा के मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसबीर सिंह व एसडीएम अमनपाल सिंह।

जिला जन संपर्क दफ्तर, जालंफिल्लौर/जालंधर, 3 नवंबर
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह ने आज फिल्लौर में पराली न जलाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का जायजा लिया साथ ही फील्ड अधिकारियों और क्लस्टर अधिकारियों को अगले 10 दिनों तक फील्ड में रहने के आदेश दिए।
बता दे कि डिप्टी कमिश्नर श्री विशेष सारंगल द्वारा कल ही अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नरों को पराली जलाने के मामलों वाली सब-डिविजनों के लिए नोडल अधिकारी तैनात किया गया था, जिसके तहत अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर शहरी विकास जसबीर सिंह ने फिल्लौर में बैठक की।
उन्होंने कहा कि फिल्लौर में डियूटी पर तैनात क्लस्टर अधिकारी, नोडल अधिकारी और अन्य अधिकारी व कर्मचारी गांव-गांव जाकर पराली जलाने के मामलों को रोकने के प्रयास करे साथ ही पराली जलाने से
जमीन की उर्वरक शक्ति खराब होने के कारणों के बारे में बताए ।
इसके इलावा पराली के उचित निपटारे के लिए सबसिडी पर मिलने वाली मशीनरी जैसे स्ट्रा रीपर, मल्चर, जीरो टिल ड्रिल, प्लो आदि का अधिकतम उपयोग करने के बारे में भी जागरूक किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘हॉट स्पॉट’ गांवों में पराली जलाने के मामलों को रोकने के लिए निरंतर निगरानी की जाए और राजस्व रिकॉर्ड में रैड एंट्री भी दर्ज की जाए।
इस अवसर पर एस.डी.एम अमनपाल सिंह ने कहा कि पराली जलाने के मामलों को रोकने के लिए कृषि, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, ग्रामीण विकास विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि गांव स्तर पर किसानों से सीधे संपर्क कर उन्हें पराली जलाने के बुरे परिणाम के बारे में बताया जा रहा है।

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