जालंधर, 12 May
पंजाब वक्फ बोर्ड के चेयरमैन हाजी मोहम्मद ओवैस आज पहली बार जालंधर के दौरे पर पहुँचे, जहाँ उन्होंने विभिन्न मस्जिदों और कब्रिस्तानों का निरीक्षण किया। इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता शिक्षा है और वे राज्य में चार से पाँच इस्लामिक स्कूल स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, ताकि अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
वक्फ बोर्ड की आय बढ़ाने के सवाल पर उन्होंने बताया कि सभी जिलों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं, ताकि वित्तीय संसाधनों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जा सके। मस्जिदों में इमामों की भर्ती को लेकर चेयरमैन ने कहा कि जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें यह समीक्षा की जाएगी कि किन-किन स्थानों पर इमामों की जरूरत है। इसके बाद औपचारिक रूप से भर्तियाँ निकाली जाएँगी और उम्मीदवारों का धार्मिक ज्ञान आधारित इंटरव्यू भी लिया जाएगा, ताकि योग्य और शिक्षित इमामों की नियुक्ति सुनिश्चित हो सके।

एक सवाल के जवाब में कि कुछ जिलों से वक्फ बोर्ड को भारी आमदनी होती है लेकिन उसका अधिकांश खर्च कुछ विशेष जिलों में ही होता है, चेयरमैन ओवैस ने स्पष्ट किया कि उनका ध्यान पंजाब के सभी जिलों पर है और इसी सोच के तहत वह जालंधर पहुँचे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में लुधियाना में 18 लाख रुपए की ग्रांट भी जारी की गई है। अल्पसंख्यक युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा करते हुए चेयरमैन ने कहा कि वक्फ बोर्ड की ओर से IAS और PCS जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बिना शर्त स्कॉलरशिप दी जाएगी, ताकि अल्पसंख्यक युवाओं को आगे बढ़ने के बेहतर अवसर मिल सकें।
जालंधर में वक्फ बोर्ड से जुड़ी समस्याओं के संबंध में उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन अब्दुलबारी सलमानी, जो स्वयं जालंधर से ताल्लुक रखते हैं, वे इन मुद्दों की देखरेख करेंगे और उनके निर्देशों के अनुसार कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर अब्दुलबारी सलमानी भी मौजूद थे। उन्होंने चेयरमैन ओवैस के जालंधर आने पर उनका आभार व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि अल्पसंख्यकों से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान वक्फ बोर्ड के सहयोग से कराया जाएगा। इस अवसर पर चेयरमैन ओवैस ने वरीआना में स्थित मोहम्मदी मस्जिद का भी दौरा किया। मस्जिद कमेटी की ओर से जालंधर शहर के लिए कब्रिस्तान की व्यवस्था करने की माँग की गई, जिस पर उन्होंने कहा कि कल बोर्ड की एक बैठक होनी है, जिसमें इस माँग पर विचार किया जाएगा। इस मौके पर बाबा सिकंदर, मोहम्मद शेरदीन, मास्टर हैदर अली, विशाल, लोली, परमेंदर सिंह, मंदीप मानी, भारत, जिया उल हक, काउंसलर घुम्मन, हाजी जखवान, मोहम्मद समीर सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
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