मुस्लिम संगठन पंजाब के निमंत्रण पर ईदगाह में मुस्लिम समुदाय को ईद की बधाई देने पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत मान, बोले ईदगाह की डेवलपमेंट होगी, अगली बार मालेरकोटला की तर्ज पर ईदगाह दिखेगी

जालंधर।
शनिवार को देश भर में ईद-उल-फितर का पवित्र त्यौहार श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। पहली बार ईद के मौके पर जालंधर ईदगाह में किसी मुख्यमंत्री ने बतौर मुख्यातिथि के रुप में शिरकत करते हुए मुस्लिम समुदाय को बधाई दी। सुबह 8.30 बजे ईदगाह मस्जिद में ईद की नमाज अदा की गई। मुख्यमंत्री के साथ लोकसभा उम्मीदवार सुशील रिंकू, कैबिनेट मंत्री बलजीत कौर, विधायक रमन अरोड़ा, विधायक बलकार सिंह भी बतौर मुख्यातिथि के रुप में मौजूद रहे। मंच का संचालन संगठन के पंजाब प्रधान एडवोकेट नईम खान ने किया। जिन्होंने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री का ईदगाह पहुंचने पर अाभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुस्लिम समाज अाज रिवायती पार्टियो को छोड़ कर आप के साथ चल रहा है क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि बाकी पार्टियों की तरह अाप झूठे वादे नहीं करती। इस दौरान उन्होने सुशील रिंकू के हक में मुस्लिम समाज का पूरा समर्थन देने का एेलान किया। वहीं उन्होंने समुदाय की कुछ डिमांड भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। इस के बाद मुस्लिम समाज को संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अाज देश में नफरत का माहौल पैदा किया जा रहा है। हिन्दू, मुस्लिम को अापस में लड़ाने की बात की जा रही है लेकिन पंजाब हमेशा से खुशहाल सूबा रहा है। जैसे रमजान लिखने में राम और दीपावली लिखने में अली का इस्तेमाल होता है इसी तरह देश में भी हिन्दू-मुस्लिम एकजुट होकर रह रहे है। उन्होंने समुदाय को भरोसा दिया कि ईदगाह की डेवलपमेंट मुख्य मुद्दा है और वह विश्वास दिलाते है कि मालेरकोटला की तर्ज पर इसे डेवलप किया जाएगा और अगली बार ईद की नमाज में यह सारा काम पूरा किया जाएगा। वहीं इस दौरान अल्पसंख्यक कमिशन मैंबर नासिर सलमानी ने भी अपने संबोधन में मुख्यमंत्री की तरफ से किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें हर संभव सहयोग देने का वादा किया। इस मौके पर अमजद अली खान, सैय्यद अली, सिकंदर खान, अब्दुल खान, सरफराज खान, वाजिद सलमानी मौजूद थए।
– मुख्यमंत्री के सामने निगम कमिशन की शिकायत
एडवोकेट नईम खान ने अपने संबोधन से पहले माइक पर बोलते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि पहली बार हुअा है कि ईद की नमाज को लेकर ईदगाह के बाहर ना सफाई करवाई गई है और ना ही पानी, रंगरोगल सहित अन्य प्रबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले उन्हें मिलने पहुंचे तो उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिलने से मना कर दिया। नईम खान ने कहा कि एेसे लोग ही सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे है और जरूरत है एेसे अफसरों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाए जो एक बड़े पद पर बैठकर धर्म के नजरिए से लोगों को देखे। उन्होंने कहा कि पहली बार ईदगाह में नमाज की तैयारियों को लेकर ना प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी दिखाई और ना ही नगर निगम कमिश्नर की तरफ से कुछ इंतजाम किए गए है जबकि यहां पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय किया गया था।