संगरूर। जिला संगरूर के गांव टिब्बी में पंजाब वक्फ बोर्ड की बेशकीमती 452 कनाल जमीन पर अवैध कब्जा करने के बाद पैदा हुअा विवाद पुलिस की सूझबूझ से काफी हद तक सुलझ चुका है। वीरवार को निर्माण रोकने गए एसएचओ पर कब्जाधारियों की तरफ से हमला करते हुए पंजाब वक्फ बोर्ड के अधिकारियों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी जिसके बाद पुलिस ने अलग-अलग धाराओं के तहत चार लोगों पर मामला दर्ज किया था। लेकिन इसके बाद पुलिस पर दबाव बनाने के चक्कर में कुछ संगठनों की तरफ से सड़क पर धरना लगाया था, लेकिन इस मामले में एसएसपी सुरिंदर लांबा और सिटी सुनाल थाना प्रभारी दीपिंद्र सिंह की तरफ से बड़ी सूझबूझ के साथ काम करते हुए मामले को काफी हद तक सुलझा लिया है। पुलिस पर हमला करने वालों को जेल भेज दिया गया है और पुलिस प्रशासन की तरफ से पंजाब वक्फ बोर्ड और गांव टिब्बी के लोगों की कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के साथ शनिवार को मीटिंग तय करवाई गई है। उम्मीद है कि पंजाव वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा करने वालों पर सख्ती दिखाई जाएगी जैसे पंजाब सरकार अपनी पंचायती जमीनों को खाली करवाने के लिए काम कर रही है।

- वहीं इस मामले में पंजाब वक्फ बोर्ड के एडमनिस्ट्रेटर कम एडीजीपी एमएफ फारुकी आईपीएस ने कहा कि लोग पंजाब वक्फ बोर्ड की जगह पर अवैध तरीके से कब्जा ना करें, वह कानून के मुताबिक पंजाब वक्फ बोर्ड की जगह को लीज पर ले सकते है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोग अब कानून के तरीके से बोर्ड की जगह को लीज पर ले रहे है। जिससे उनको काफी फायदा होता है।
- गौर है कि पंजाब वक्फ बोर्ड की गांव टिब्बी में बेशकीमती 452 कनाल जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही थी। जिसे लेकर संगरूर/मालेरकोटला के एस्टेट अफसर बहार अहमद की तरफ से थाना सिटी सुनाम में शिकायत दर्ज करवाई थी। जब थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दीपइंद्र सिंह की तरफ से मौके पर पहुंच कर अवैध कब्जाधारियों को निर्माण रोकने के लिए गया तो उन्होंने इंस्पेक्टर सहित पूरी पुलिस पार्टी और पंजाब वक्फ बोर्ड के अधिकारियों पर जान लेवा हमला करते हुए गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। इस सारे मामले के बाद मुस्लिम समुदाय में भारी रोष पाया जा रहा था कि पंजाब वक्फ बोर्ड की जमीनों पर लगातार कब्जा हो रहा है।