
पंजाब और देश के दिग्गज कलाकार लालचंद यमला जट्ट, बीबी नूरां, अजीत कौर, सुरिंदर कौर, प्रकाश कौर, मुहम्मद सदीक, कुलदीप माणक, पूरन चंद प्यारे लाल, वडाली ब्रदर्स, जगमोहन कौर, नरिंदर बीबा, गुरमीत बावा, सुरिंदर छिंदा, सिरदूल सिकंदर, हंसराज हंस की आवाज को पहचान देने वाला आकाशवाणी जालंधर केंद्र आज मंगलवार को आपने 75 साल पूरे कर रहा है।
आकाशवाणी जालंधर से अपने प्रसारण के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। इस अवसर पर आकाशवाणी जालंधर की तरफ से दूरदर्शन जालंधर में 16 मई को सभ्याचारक कार्यक्रम ‘जश्न-ए आकाशवाणी’ आयोजित किया जाएगा। केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्रालय के अधीन आते प्रसार भारती के मुख्य अंग आकाशवाणी का जालंधर केंद्र पंजाबी सभ्याचारक इतिहास का एक प्रमुख चिन्ह है। इस केंद्र ने प्रसिद्ध लेखक व प्रसारक करतार सिंह दुग्गल के मार्गदर्शन में 16 मई 1948 को प्रसारण आरंभ किया था। असंख्य कलाकारों व लेखकों को जन्म दिया है। पंजाबी के कई प्रसिद्ध कलाकार आकाशवाणी जालंधर द्वारा अपने करियर के शिखर तक पहुंचे। इनमें लालचंद यमला जट्ट, बीबी नूरां, अजीत कौर, सुरिंदर कौर, प्रकाश कौर, मुहम्मद सदीक, कुलदीप माणक, पूरन चंद प्यारे लाल, वडाली ब्रदर्स, जगमोहन कौर, नरिंदर बीबा, गुरमीत बावा, सुरिंदर छिंदा, सिरदूल सिकंदर, हंसराज हंस जैसे कलाकार इस केंद्र का हिस्सा रहे हैं। इस केंद्र से प्रसारित होने वाले देहाती कार्यक्रम में किसानों को साधारण भाषा में तकनीक सिखाकर वैज्ञानिक खेती की ओर अग्रसर किया। इसके अलावा औरतों, नौजवानों, बच्चों, बुजुर्गों व फौजियों के कार्यक्रमों ने समाज के हर वर्ग को देश की उन्नति में अपना योगदान देने के लिए उत्साहित किया। इस समय आकाशवाणी जालंधर से पांच रेडियो चैनल प्रसारित किए जा रहे हैं। मीडियम वेव के साथ-साथ एफएम डायरेक्ट-टू-होम सेवा व डिजिटल प्लेटफार्म पर भी इस केंद्र के प्रसारण मौजूद हैं। न्यूज अॉनएयर एप के माध्यम से आज यह केंद्र देश-विदेश में रहते पंजाबी श्रोताओं के दिलों की धड़कन बना हुआ है।