जिला जन संपर्क दफ्तर, जालंधर
डिप्टी कमिश्नर ने परजियां कलां की दाना मंडी में गेहूँ की खरीद शुरू करवाई
अधिकारियों को किसानों की खरीदी गई फसल की लिफ्टिंग व अदायगी को सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए
कहा जिले में 5.30 लाख मीट्रिक टन से अधिक फसल आने की उम्मीद

जालंधर, 12 अप्रैल
डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह ने आज रबी सीजन के लिए परजियां कलां अनाज मंडी में गेहूँ की खरीद शुरू करवाई जहाँ खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि पूरी खरीद प्रक्रिया को उचित ढंग से पूरा किया जाए।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस सीजन में जिले के सभी 79 खरीद केंद्रों पर 5.30 लाख मीट्रिक टन गेहूँ आने की उम्मीद है और किसानों की फसल के दाने दाने की खरीद के लिए पूरे प्रबंध कर लिए गए है। उन्होंने कहा कि फसल की समय पर लिफ्टिंग और भुगतान भी सुनिश्चित किया जाएगा और इस कार्य में किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने मंडियों में पीने के पानी की उपलब्धता, साफ-सफाई, तिरपाल आदि सहित अन्य जरूरी इंतजाम पहले ही कर लिए है। उन्होंने फसल लिफ्टिंग व किसानों को भुगतान पर जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को समय पर भुगतान करने में कोई कमी न छोड़े और खरीद के 48 घंटे के भीतर भुगतान तथा लिफ्टिंग 72 घंटे के भीतर भुगतान सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि मंडियों में बारदाना की पर्याप्त उपलब्धता है, जिससे किसानों को सीजन में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने मौके पर मौजूद किसानों से भी बातचीत की और अनाज मंडियों में अधिकारियों द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली। डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि किसानों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और किसानों को खरीद के संबंध में किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो तो फोन नंबर 0181-5019247 पर संपर्क कर सकते है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति कंट्रोलर नरिंदर सिंह ने कहा कि लेबर और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था पहले ही सुनिश्चित कर ली गई है और 72 घंटे के भीतर सभी खरीद केंद्रों पर लिफ्टिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीद की पूरी प्रक्रिया उचित ढंग से चलेगी और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे केवल सूखी फसलें ही बाजार में लाएं और रात में कटाई से परहेज करें क्योंकि इससे नमी के कारण फसलों की गुणवत्ता खराब हो सकती है।