जालंधर। पंजाब वक्फ बोर्ड में लगातार पार्दर्शिता लाने पर लगातार काम किया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोगों को पहल के अाधार पर कब्रिस्तानों को रिजर्व करने के साथ मस्जिदों की डेवलपमेंट, कब्रिस्तानों की चारदीवारी से लेकर एजुकेशन और मेडिकल सुविधाओं पर लगातार करोड़ों रुपए का फंड जारी किया जा रहा है। लेकिन अकसर सूबे में मुस्लिम समुदाय के लोगों की डिमांड रहती है कि उनके गांवों में कब्रिस्तानों पर कब्जे हो रहे है और उन्हें सरकारी निशानदेही के साथ जमीन की पैमाइश करते हुए उन्हें चारदीवारी की जाए। वीरवार को पीएपी कांप्लेक्स में एडीजीपी कम एडमनिस्ट्रेटर एमएफ फारुकी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से मुस्लिम समुदाय के लिए लगातार कब्रिस्तानों को रिजर्व किया जा रहा है और उन्हें चारदीवारी करके सुरक्षित भी कर रहे है। उन्होने बताया कि किसी भी तरह के आफिशियल काम जिसमें मुख्य रुप से कब्रिस्तानों की निशानदेही होती है इसके लिए कई बार सेटेलाइट या फिर कमिशन अपाइंट करके या अन्य तरीकों से निशानदेही पूरी की जाती है जिस पर हजारों रुपए खर्च होता है अब इसके लिए स्थानीय लोग या फिर गांव वासी पैसे नहीं खर्च करेंगे इसके लिए पूरी तरह से पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से एस्टेट अफसर अपने जिला फंड से पैसे खर्च करेंगे। उन्होने ऐलान किया कि पंजाब वक्फ बोर्ड की तरफ से सभी जिला एस्टेट अफसरों को 2 लाख रुपए का कंटीजेंसी फंड जारी किया जाता है जिसमें से वह कोर्ट-कचहरी से लेकर पंजाब वक्फ बोर्ड के सभी आफिशियल वर्क के लिए खर्च कर सकते है। इसके लिए एस्टेट अफसरों को निर्देश भी जारी किया गया है कि निशानदेही के लिए जो भी पैसा खर्च किया जाएगा वह स्थानीय मुस्लिम समुदाय की बजाए पंजाब वक्फ बोर्ड खर्च करेगा और अन्य जो भी बोर्ड के आफिशियल काम होंगे उसके लिए भी पंजाब वक्फ बोर्ड पैसा खर्च करेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को जो भी मुश्किलें है उन्हें लगातार बोर्ड दूर करने का पर्यास कर रहा है, इसके लिए पिछले दिनों दो व्हट्सएप नंबर 98775—22568 और 7973712366 और ईमेल आईडी भी जारी की गई है जिसपर लोग अपनी शिकायतें भेज सकते है।